10/06/2020
अमरीका गृह युद्ध की ओर जा रहा है, वाइट हाउस से कोई उम्मीद नहीं क्योंकि ट्रम्प ख़ुद संकट का हिस्सा हैं…कहां है अब्राहम लिंकन जैसा नेता?!
अमरीका के मशहूर राजनैतिक टीकाकार थामस फ़्रेडमैन ने कहा कि अमरीका इस समय गृह युद्ध की ओर जा रहा है और बदक़िस्मती यह है कि इस समय अब्राहम लिंकन जैसा राष्ट्रपति नहीं है।
न्यूयार्क टाइम्ज़ में छपने वाले अपने लेख में थामस फ़्रेडमैन ने लिखा कि अमरीका के आने वाले राष्ट्रपति चुनावों को लेकर उन्हें बड़ी गहरी चिंता है, अमरीका के भविष्य को लेकर सबसे ख़तरनाक विकल्प इस समय व्यवहारिक हो चुका है, अब मुझे यक़ीन नहीं रहा कि शांतिपूर्ण ढंग से सत्ता का हस्तांतरण हो पाएगा और नवम्बर में पारदर्शी चुनावों का आयोजन होगा।
पिछले हफ़्ते से चल रहे प्रदर्शनों के बारे में राष्ट्रपति ट्रम्प का रवैया बेहद आपत्तिजनक रहा है, इस समय अमरीका विभाजन के ख़तरे में आ गया है और ट्रम्प को यह रणनीति सुझायी दी कि उन्होंने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस से हमला करवा दिया और पुलिस ने पूरी ताक़त इस्तेमाल करके प्रदर्शनकारियों को इसलिए हटाया कि ट्रम्प वाइट हाउस के क़रीब मौजूद चर्च में जा सकें और सामने खड़े होकर तसवीरें खिंचवा लें।
ट्रम्प ने बाइबल और चर्च का भी अपमान किया क्योंकि उन्होंने बाइबल की एक भी पंक्ति नहीं पढ़ी और चर्च के भीतर क़दम नहीं रखा। ट्रम्प ने बस हाथ में बाइबल पकड़ी और तसवीरें खिंचवा कर ख़ुश हो गए। इस तरह शायद बाइबल पर आस्था रखने वाले गोरों का उन्हें समर्थन मिल जाए।
हमें अब वह नेतृत्व कहां से मिलेगा जिसकी बहुत ज़्यादा ज़रूरत है और जो वर्तमान हालात के असली कारणों से निपटने में सक्षम हो।
सेनेट में रिपब्लिकन सांसदों से तीन साल पहले यह उम्मीद थी कि वह ट्रम्प पर लगाम लगा सकेंगे मगर यह उम्मीद भी बेबुनियाद साबित हुई। यह सांसद भी किराए के टट्टू बनकर रह गए हैं उसके लिए काम करते हैं जो सदन के भीतर बने रहने में इन सेनेटरों की मदद करें और उनके आर्थिक हितों का ख़याल रखें।
फ़ेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग वास्तव में राबर्ट मरदोख़ की तरह हो गए हैं वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का नाम लेकर अपने कायरतापूर्ण विकल्प का तर्क देते हैं जबकि उनकी नज़रें सिर्फ़ कमाई पर टिकी हुई हैं।
इन हालात में वाइट हाउस पर तो कोई भरोसा नहीं किया जा सकता कि वह इस संकट को कंट्रोल करने के संदर्भ में कुछ करेगा क्योंकि ट्रम्प तो ख़ुद संकट का हिस्सा बन गए हैं इसलिए अब ज़रूरी हो गया है कि ट्रम्प को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया जाए अब केवल आर्थिक क्षेत्र की बड़ी हस्तियों से और नए उभरते स्थानीय नेताओं से ही उम्मीद रह गई है कि वह कुछ करें।
स्रोतः न्यूयार्क टाइम्ज़+अलजज़ीरा